राज्य के कई जिलों में बेमौसम बारिश ने किसानों की उम्मीदों को तोड़ दिया है. खरगोन में मक्के की फसल खराब हो गई, गेहूं औंधे मुंह गिर पड़ा. बड़वानी में 5000 हेक्टेयर में मक्का, 250 हेक्टेयर में गेहूं को नुकसान पहुंचा. विदिशा में 27 हजार बीघे में फसलों को 40 फीसद से ज्यादा नुकसान हुआ, 25 से ज्यादा गांव प्रभावित हुए हैं. पन्ना में चना, गेहूं, सरसों और मसूर की फसल पककर तैयार है लेकिन किसान खुद को बेबस महसूस कर रहे हैं. छतरपुर में भी किसान परेशान हैं. खंडवा में गेहूं ,चना और प्याज की फसलें प्रभावित हुई है. नजदीक के धार जिले में भी यही हाल है. हालांकि सरकार ने एक बयान जारी कर किसानों को उम्मीद बंधाई है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, "किसानों से मैंने उस दिन भी कहा था. मैं फिर अपने किसान बहनों-भाइयों से कह रहा हूं कि जिनका नुकसान हुआ है वह चिंता ना करें. मैं साथ हूं, सरकार साथ है. सर्वे के बाद आरबीसी 6-4 के अंदर राहत की राशि और फिर फसल बीमा योजना का लाभ भी मिले, इसमें कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी."