Kisan Credit Card Yojana For Farmer : अगर आप एक किसान है और आपने किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) बनवा रखा है तो आपको सरकार द्वारा 3 लाख रुपए तक का फायदा मिल सकता है. क्योंकि सरकार द्वारा किसान क्रेडिट कार्ड योजना के तहत किसानों को 3 लाख रुपए तक लाभ देती है. केंद्र सरकार किसानों को कृषि संबंधी कार्यों के लिए पैसों की जरूरत होने पर लोन उपलब्ध कराने के लिए किसान क्रेडिट कार्ड योजना (KCC Scheme) चला रही है. इसके तहत सबसे कम ब्याज दर पर किसानों को लोन दिया जाता है. लोन को समय से जमा करने पर 3 फीसदी तक ब्याज दर में छूट भी दी जाती है.
देश में बड़ी संख्या में किसान क्रेडिट कार्ड का लाभ किसान ले रहे हैं. इस योजना के जरिए लोन हर उस किसान को मिल सकता है जिसकी उम्र 18 से 75 साल के बीच है. योजना में लोन खाद-बीज, कृषि मशीन, मछली पालन, पशु पालन समेत कई तरह के कृषि से संबंधित कार्यों के लिए दिया जाता है. किसानों को अधिकतम 3 लाख रुपये तक का लोन दिया जाता है. लोन राशि पर अधिकतम 7 फीसदी ब्याज दर लागू होती है. समय पर लोन चुकाने पर ब्याज दर में 3 फीसदी की छूट दी जाती है.
केंद्र सरकार ने बताया है कि आत्मनिर्भर भारत पैकेज के हिस्से के रूप में भारत सरकार ने मई 2020 में 2 लाख करोड़ रुपये के कर्ज के साथ केसीसी योजना के तहत किसानों को कवर किया है. कृषि एवं उससे संबद्ध गतिविधियों और सामान्य आर्थिक गतिवधियों को बढ़ावा देने की यह ऐतिहासिक पहल है. इसके जरिए किसानों को सूदखोरों के चंगुल से बचाने में मदद मिली है.
लोन आवेदन के लिए जरूरी दस्तावेज
किसान क्रेडिट कार्ड योजना को अब पीएम किसान योजना के साथ जोड़ दिया गया है. किसान क्रेडिट कार्ड का फॉर्म भी पीएम किसान की वेबसाइट पर उपलब्ध है. किसान क्रेडिट कार्ड पाने के लिए आवेदक के पास आधार कार्ड, पैन कार्ड और फोटो के अलावा खेती के दस्तावेज जमा करने होते हैं.
इन बैंकों में मिलता है लोन
केसीसी के जरिए लोन पाने के लिए आवेदक एसबीआई की वेबसाइट से फॉर्म डाउनलोड कर सकता है या SBI की ब्रांच से फॉर्म ले सकता है. मांगी गई जानकारी भरकर फॉर्म जमा करने के बाद खाता खुल जाता है, जिसमें योजना के तहत लोन की ट्रांसफर कर दी जाती है. एचडीएफसी बैंक और यूनियन बैंक या फिर फेडरल बैंक भी केसीसी योजना के तहत लोन देते हैं. एचडीएफसी समेत अन्य निजी क्षेत्र के बैंक द्वारा आवेदक किसान के क्रेडिट स्कोर, खेती के दस्तावेज, फसल उत्पादन, किसान की आय आदि बिंदुओं को जांचने के बाद ही रकम आवेदक के खाते में ट्रांसफर की जाती हैं.