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प्रसिद्ध किस्में और पैदावार

टमाटर(प्रसिद्ध किस्में और पैदावार)

आज कल बाजारों में टमाटरों की कई किस्मे देखने को मिल जाती है। टमाटर की यह किस्मे अलग – अलग वातावरण और जलवायु के हिसाब से तैयार हुई होती है। बाजार में कुछ ऐसी भी संकर (Hybrid) किस्मे मौजूद है जिनका कृषक उपयोग कर अधिक पैदावार करते है। टमाटर की ऐसी ही कुछ किस्में (Varieties) है, जिनके बारे में नीचे बताया गया है:-

स्वर्ण नवीन क़िस्म के टमाटर (Swarn Naveen Variety of Tomatoes)

यह टमाटर की एक ऐसी विकसित क़िस्म है जिसमे पौधों को लगाने के 60 से 65 दिन तक के समय में ही फल तोड़ने लायक हो जाता है। टमाटर की यह क़िस्म लाल रंग व आकार में अंडाकार होती है। इस क़िस्म के टमाटरों की पैदावार 600 क्विंटल प्रति हेक्टेयर से भी अधिक हो सकती है। यह पौधे झुलसे रोग (Scorching Disease) प्रतिरोधक की क्षमता रखते है। यह सर्दी और बारिश जैसे मौसम में भी आसानी से उपजाए जा सकते है।

स्वर्ण लालिमा क़िस्म वाले पौधे (Golden Red Variety Plants)

इस क़िस्म के पौधों का प्रत्यारोपण सर्दियों के मौसम में किया जाता है। इसमें टमाटर गहरे लाल रंग के और आकार में गोलाकार होते है। यह 700 क्विंटल प्रति हेक्टेयर की पैदावार वाली क़िस्म है। टमाटर की इस क़िस्म में मुरझा रोग (Withers Disease) नहीं लगता है।

पूसा शीतल क़िस्म वाले पौधे (Pusa Soft Variety Plants)

350 क्विंटल प्रति हेक्टेयर की पैदावार वाली यह टमाटर की क़िस्म अत्यधिक ठण्ड वाले राज्यों के लिए तैयार की जाती है। इसकी खेती पर्वतीय क्षेत्रों में की जाती है। इस क़िस्म के फल रंग में लाल व आकार में चपटे होते है।

पंजाब छुहारा क़िस्म के टमाटर (Punjab Dates Variety Tomatoes)

टमाटर की यह क़िस्म खासकर लुधियाना के कृषि विश्वविद्यालय  में तैयार की गयी है। फलों की यह क़िस्म तैयार होने में 90 दिन का समय लेती है।  टमाटर की यह क़िस्म आकार में बहुत छोटे होते है। यह देखने में लाल व पीले रंग के होते है गर्मियों का सीजन इनकी पैदावार के लिए अच्छा माना जाता है।

काशी अमन क़िस्म के टमाटर (Kashi Aman Variety Tomatoes)

टमाटर की यह क़िस्म पर्ण कुंचन रोग (Foliage Disease) रहित होते है। इसकी फसल को तैयार होने में 80 से 90 दिन का समय लगता है तथा इसकी उपज 500 से 600 क्विंटल प्रति हेक्टेयर होती है।

स्वर्ण समृद्धि क़िस्म वाले पौधे (Golden Prosperity Variety Plants)

सर्दियों व वर्षा के मौसम से पहले उगाई जाने वाली यह एक संकर क़िस्म है, इसे खेत में लगाने के बाद यह 55 से 60 दिन में तैयार हो जाते है। यह कम समय में अधिक पैदावार वाली क़िस्म है जो कि तक़रीबन 1000 क्विंटल प्रति हेक्टेयर की फसल पैदा करती है। इसमें फल ठोस व लाल रंग का होता है।

स्वर्ण सम्पदा क़िस्म के पौधे (Golden Wealth Variety Plants)

यह भी एक तरह के संकर क़िस्म के पौधे होते है जो कि वर्षा व् सर्दियों के मौसम से पहले उगाये जाते है यह फल लाल , बड़े और गोलाकार होते है। इस क़िस्म के पौधे अंगमारी और झुलसा नमक रोग से रोगमुक्त रहते है। यह 1000 क्विंटल प्रति हेक्टेयर पैदावार वाली क़िस्म है।

काशी अभिमान क़िस्म के टमाटर (Kashi Abhiman Variety Tomatoes)

यह टमाटर की एक संकर क़िस्म है, इसकी फसल को तैयार होने में 70 से 80 दिन का समय लगता है। इसमें प्रति हेक्टेयर 800 क्विंटल की पैदावार होती है, साथ ही इस क़िस्म की फसल में विषाणु जनित रोग (Viral Disease) नहीं लगते है।

दिव्या क़िस्म के टमाटर (Divya Variety of Tomatoes)

 

टमाटर की यह क़िस्म एक ऐसी क़िस्म है जो कि अधिक दिनों तक ख़राब नहीं होती है। इसकी फसल पौधों को लगाने के बाद 70 दिनों में तैयार हो जाती है। यह प्रति हेक्टेयर 400 से 500 क्विंटल की पैदावार वाली क़िस्म है, जो कि झुलसा और आँख सडन जैसे रोगो से मुक्त रहती है।

इसके अलावा भी और कई तरह की किस्में मौजूद है, जो कि अलग – अलग जगहों पर अलग -अलग मौसम के अनुसार उगाई जाती है। 

जैसे :- पूसा -120, अर्का सौरभ, अर्का विकास, सोनाली, पूसा हाईब्रिड  -1,2,4 अविनाश – 2, रश्मि, शक्तिमान, रेड गोल्ड, चमत्कार और यू.एस. 440  जैसी कई सारी किस्में मौजूद

31/03/2023 04:38:24 p.m.