प्याज(पौधे की देखभाल)
कीट और रोकथाम
थ्रिप्स: यदि इनको न रोका जाये तो यह पैदावार को 50% तक नुकसान पहुंचाते है| यह ज्यादातर शुष्क मौसम में पाए जाते हैं| यह पत्तों का रस चूसते हैं, जिस कारण पत्ते मुड़ जाते है, कप के आकार के हो जाते है या ऊपर की तरफ मुड़ जाते हैं |
थ्रीप के हमले की जाँच के लिए 6-8 नीले चिपके कार्ड प्रति एकड़ लगाएं| अगर इनका हमला दिखाई दें तो फिपरोनिल (रीजेंट) 30 मि.ली. को प्रति 15 लीटर पानी में घोल कर स्प्रे करें, या प्रोफैनफोस 10 मि.ली. को प्रति 10 लीटर की स्प्रे 8-10 दिनों के फासले पर करें|
सुंडियां: आम-तौर पर इनका हमला जनवरी-फरवरी महीने में होता है| यह पौधे की जड़ों को खाते है, जिस कारण पत्ते भूरे हो जाते हैं| इससे पौधे का शिखर गीला रहने लग जाता है|
यदि इसका हमला दिखाई दें तो कार्बरील 4 किलो या फोरेट 4 किलो मिट्टी में डालें और हल्की सिंचाई करें| सिंचाई वाले पानी या मिट्टी में मिलाकर क्लोरपाइरीफोस 1.5 लीटर प्रति एकड़ में डालें|
बीमारीयां और रोकथाम
जामुनी धब्बे और तने का झुलस रोग: गंभीर हमले के दौरान यह बीमारी फसल की पैदावार की 70% तक नुकसान पहुँचाती है| इससे पत्तों पर जामुनी रंग के धब्बे पड़ जाते है| इसकी पीली धारियां भूरी हो जाती है और तीखी और लम्बी हो जाती है|
इसकी रोकथाम के लिए प्रोपीनेब 70 % डब्लयू पी 350 ग्राम को 150 लीटर पानी में मिला कर प्रति एकड़ 10 दिनों के फासले पर दो स्प्रे करें|
25/04/2023 05:01:21 p.m.