आलू(खाद)
खादें (किलोग्राम प्रति एकड़)
UREA SSP MURIATE OF POTASH
165 155 40
तत्व (किलोग्राम प्रति एकड़)
NITROGEN PHOSPHORUS POTASH
75 25 25
बिजाई से दो सप्ताह पहले खेत की तैयारी के समय 200 क्विंटल प्रति एकड़ रूड़ी की खाद डालें। फसल की उचित वृद्धि के लिए नाइट्रोजन 75 किलो (165 किलो यूरिया), फासफोरस 25 किलो (155 किलो सिंगल सुपर फासफेट) और पोटाश 25 किलो (40 किलो म्यूरेट ऑफ पोटाश) की मात्रा प्रति एकड़ में डालें। बिजाई के समय नाइट्रोजन का 3/4 हिस्सा और फासफोरस और पोटाश की पूरी मात्रा डालें। बाकी बचा हुआ नाइट्रोजन का 1/4 हिस्सा बिजाई से 30-40 दिन बाद जड़ों से मिट्टी लगाने के समय डालें। हल्की ज़मीनों में आधी मात्रा नाइट्रोजन और फासफोरस और पोटाश की पूरी मात्रा बिजाई के समय डालें और बाकी की नाइट्रोजन दो हिस्सों में जड़ों को मिट्टी लगाने के समय दो बार करके डालें।
जड़ों के साथ मिट्टी लगाना : मिट्टी में सही हवा, पानी और तापमान बनाए रखने के लिए यह काम बहुत जरूरी है ताकि फसल का विकास अच्छा हो सके। आलुओं के अच्छे विकास के लिए पौधे की जड़ों के साथ मिट्टी लगाएं। यह काम पौधों के 15-20 सैं.मी. कद होने पर करें। यदि जरूरत पड़े तो पहली बार मिट्टी लगाने के दो सप्ताह बाद दूसरी बार फिर मिट्टी लगाएं। यह काम हाथों से कही या सांचे की सहायता से किया जा सकता है।
पानी में घुलनशील खादें : मोटे आलुओं की पैदावार के लिए 13:0:45 की 2 किलो और मैगनीश्यिम ई डी टी ए 100 ग्राम प्रति एकड़ की स्प्रे करें। बीमारियों के हमले को रोकने के लिए फंगसनाशी प्रॉपीनेब 3 ग्राम प्रति लीटर पानी डालें। आलुओं का आकार और गिणती बढ़ाने के लिए हयूमिक एसिड (12 प्रतिशत) 3 ग्राम + एम ए पी 12:61:0 की 8 ग्राम या डी ए पी 15 ग्राम प्रति लीटर की स्प्रे पौधे की वृद्धि के समय करें।
29/03/2023 05:41:13 p.m.