सेब(फसल की कटाई)
सेब के पौधों की कटाई-छटाई
बेसिक बातें : सेब के पौधों के संपूर्ण विकास के लिए समय-समय पर कटाई-छटाई भी बहुत जरूरी है। कटाई व छटाई करते समय कुछ बेसिक बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए, जैसे तने के पास से निकलने वाले कल्ले तथा वाटर शकर को काटकर निकाल देना चाहिए। कटे हुए भागों को फफूंदीनाशक रोगों से बचाने व कटे हुए भाग को शीघ्र भरने के लिए चौबटिया पोस्ट का लेप लगाना चाहिए।
पेड़ों को आकार देने के लिए अग्रपरोह प्रणाली : सेब के पौधों को आकार देने के लिए अग्रपरोह प्रणाली का उपयोग किया जाता है। इस विधि में प्रमुख तने को हर वर्ष रूपांतरित करके 3 से 4 मीटर तक बढऩे दिया जाता है। इसके बाद सह शाखा को काट दिया जाता है। इस विधि को अपनाने से सेब के पेड़ में सभी जगह सूर्य का प्रकाश पहुंच जाता है और ओलावृष्टि व बर्फ से भी बचाव होता है।
सेब का मौसम : सर्दी सही समय
सेब के पेड़ की कटाई-छंटाई का सही समय सर्दी का मौसम होता है। सर्दी के मौसम में जब पत्तियां पेड़ से गिर जाती हैं और पेड़ सुशुप्तावस्था में रहते हैं, उस समय सेब के पेड़ों की कटाई-छंटाई करनी चाहिए। यहां यह बात ध्यान रखने योग्य है कि नई कोपलें और फूल आने के एक माह पहले ही कटाई-छंटाई का काम पूरा कर लेना चाहिए। ऐसा करने से पौधा एक सुदृढ़ आकार धारण कर लेता है और पौधे की फलने वाली शाखाओं को उचित स्थान मिलता है। इससे विभिन्न कृषि कलापों और फल आदि तोडऩे में कोई बाधा नहीं आती है। सेब के पेड़ की प्राथमिक शाखाओं पर स्वस्थ शाखाओं को प्रत्येक वर्ष चयन करना चाहिए और बेकार शाखाओं को काट देना चाहिए।
21/04/2023 12:36:13 p.m.