आम(रोपण)
ध्यान से आम के बीज पर एक छोटा सा चीरा दें या रेगमाल या इस्पात ऊन के साथ बीज को बाहर से तब तक रगड़ें जब तक बीज की बाहरी त्वचा न टूट जाए । बीज को भिगोएं: बीज को पानी के एक छोटे मर्तबान में रखें, और फिर मर्तबान को एक अलमारी या एक शेल्फ जैसे गर्म स्थान पर रखें । 24 घंटे के लिए बीज को भिगाएं ।
- आम के गूदे को निकालने के बाद, इसकी गुठली को अच्छे से साफ कर लें।
- इसके अंदर के बीज को नुकसान पहुंचाए बिना, गुठली को सावधानीपूर्वक खोले या काटें।
- छोटे बीज की पतली भूरी परत को छीलकर साफ कर लें।
- नारियल की कुछ जटाओं के साथ एक कंटेनर में, धोये हुए बीज रखें और पानी छिड़क दें।
- इस कंटेनर को ढक्कन से ढक कर, छांव में रख दें।
- जब आपको नारियल की जटाएं सूखी सी लगने लगे, तो कुछ-कुछ दिनों में इनमें पानी का छिड़काव करते रहें। ध्यान रखें कि उतना ही पानी छिडकें, जिससे जटाएं नम हो जाएं।
कुछ ही दिनों में, बीज का अंकुरित होना शुरू हो जाना चाहिए। 10 दिनों में, बीज में एक तरफ से कुछ-एक इंच लंबी जड़ें निकलनी शुरू हो जानी चाहिये और दूसरी तरफ से डंठल या तने उगने शुरू हो जाने चाहिए।फिर इसे एक छोटे गमले में लगा कर, पॉटिंग मिक्स से कवर किया जा सकता है। इसे ऐसी जगह रखें जहाँ अच्छी धूप पड़ती हो, अंकुरित आम के बीजों को लगाने के बाद, कुछ ही दिनों के भीतर इनमें कई सारे पत्ते उगने लगते हैं। इस तरह, आपको अपने बगीचे में हर हफ्ते कुछ न कुछ नया देखने को मिलता रहेगा। बीज को लगाने के 30 दिनों तक, उसमें होने वाले बदलावों को देखना अपने आप में बहुत ख़ास होता है।
20/04/2023 12:31:03 a.m.