मूंगफली(पौधे की देखभाल)
मूंगफली तिलहनी फसलों के रुप में ली जाने वाली प्रमुख फसल है। मूंगफली की खेती मुख्य रुप से रेतीली एवं कछारी भूमियों में सफलता पूर्वक की जाती है। मूंगफली के दानों से 40-45% तेल प्राप्त होता है जो कि प्रोटिन का मुख्य स्त्रोत है। मूंगफली की फल्लियों का प्रयोग वनस्पति तेल एवं खलियों आदि के रुप में भी किया जाता है। मूंगफली का प्रचुर उत्पादन प्राप्त हो इसके लिये पौध रोग प्रबंधन की उचित आवश्यकता महसूस होती है। पौध रोग की पहचान एवं प्रबंधन इस दिशा में महत्वपूर्ण प्रयास है।
मूँगफली में कवक बीज सड़न और अंकुर रोग जैसे जड़ सड़न, तना सड़न, मुरझाना, अंगमारी, . फली सड़ांध; और पर्णीय रोग जैसे जंग और पत्तियों पर जल्दी और देर से धब्बे ।
04/04/2023 04:32:44 p.m.